Friday 14 February 2014

Sad Shayari 2 :: कुछ दर्द भरी शायरी 2 :: हिंदी में शायरी

प्यार के उजाले में गम का अंधेरा क्युँ है, जिसको हम चाहें वही रूलाता क्युँ है, मेरे रबा अगर वो मेरा नसीब नही तो.. ऐसे लोगों से हमें मिलाता क्युँ है... «««««««««««««««««« ये आँसु प्यार का मोती है इसको खो नहीं सकता, मेरी चाहत को दुल्हन तु बना लेना मगर सुन ले... जो मेरा हो नहीं पाया वो तेरा हो नहीं सकता ««««««««««««««««««

सोचा की आज फिर से महोब्बत कर लूँ.. फिर से उनकी आँखे अपनी आँखों से पढ लूँ.. उनकी हर बात पर मैं ऐतबार कर लूँ.. पर जब आँख खुली तो वो एक सपना था.. वो दूर जा चुका था जो कल तक अपना था.. ««««««««««««««««««

 बहुत चाहेंगे तुम्हे, मगर भुला ना सकेगे, ख्यालों में किसी ओर को ला ना सकेंगे, किसी को देखकर आँसु तो पोंछ लेंगे, मगर कभी आपके बिना मुस्कुरा ना सकेंगे.. «««««««««««««««««« ना तंग करो इतना, हम सताऐ हुऐ हैं, महोब्बत का गम दिल पे उठाऐ हुऐ हैं, खिलौना समझ कर हम से ना खेलो, हम भी उसी खुदा के बनाऐ हुऐ हैं.. ««««««««««««««««««
पलकों में आँसु और दिल में दर्द सोया है, हँसने वालो को क्या पता, रोने वाला किस कदर रोया है, ये तो बस वही जान सकता है मेरी तनहाई का आलम, जिसने जिन्दगी में किसी को पाने से पहले खोया है..!! ««««««««««««««««««

 जिंदगी भर दर्द से जीते रहे .. दरिया पास था आंसुओं को पीते रहे.. कई बार सोंचा कह दू हाल-ए-दिल उससे.. पर न जाने क्यूँ हम होंठो को सीते रहे.. ««««««««««««««««««

घांव इतना गहरा है बयां क्या करे, हम खुद निशाना बन गये अब वार क्या करे, जान निकल गयी मगर खुली रही आंखें, अब इससे ज्यादा उनका इंतजार क्या करे. «««««««««««««««««« ना जीने की खुशी ना मरने का गम, बस तुमसे मिलने की दुआ करते है हम, जीतें है इस आस पर एक दिन तुम आओगे, मरते इसलिए नहीं क्युँकी अकेले रह जाओगे.. ««««««««««««««««««

हम रात भर समेटते रहे टुकड़े दिल के, कल कोई तोड़ गया था यू गैरों मिल के, पूछ ही ना पाये , उनसे सबब बेरुखी का, रह गये खामोश, अपने लवों को सिल के, रोकना चाहा बहुत, उन्हें भी तुम्हारी तरह, बह गये अश्क, यू मेरी आँखो से निकल के, कुछ सहमा सहमा सा था, कल मंजर सारा, जुवां भी खामोश थी, हाल देखे जो दिल के, कुछ यू हो गया है, अब हाल इस दिल का, जैसे कोई फूल मुरझा गया हो, खिल क़े, शौक बाकी है, गर दिल तोड़ने का तो कह दो, माँग लाऊ, एक और दिल खुदा से मिल के, ««««««««««««««««««

हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे, थाम कर हाथ साथ छोड़ देंगे, हम दोस्ती करते हैं पानी और मछली की तरह, जुदा करना चाहे कोई तो हम दम तोड़ देंगे. «««««««««««««««««« दिल भी एक जिद पर अड़ा है किसी बच्चे की तरह, या तो सब कुछ ही चाहिए या कुछ भी नहीं...

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