Wednesday, 28 August 2013

इश्क शायरी

शमा-ए-महफिल कर दिया इज़हारे-इश्क हमने मोबाईल पर, लाख रूपये की बात थी, दो रूपये मेंहो गई ***** और भी चीज़ें बहुत सी लुट चुकीं हैं दिल के साथ, ये बताया दोस्तों ने इश्क फ़रमाने के बाद, इसलिये कमरे की एक-एक चीज़ ‘चैक’ करता हूँ, एक तेरे आने से पहले एक तेरे आने के बाद ***** खिड़की खुली जुल्फ़ें बिखरी, दिल नेकहा दिलदार निकला, पर हाय रे मेरी फूटी किस्मत, नहाया हुआ सरदार निकला ***** कहते हैं कि इश्क में नींद उड़ जाती है, कोई हमसे भी इश्क करे, कमबख्त नींद बहुत आती है ***** प्यार के ज़ाम को ऐसे ना पियो कि, आधा पिया और आधा छोड़ दिया, यारों ये प्यार है प्यार, नही कोई विम बार, जो थोड़ा सा लगाया और बस हो गया ***** इधर खुदा है, उधर खुदा है, जिधर देखो उधर खुदा है, इधर-उधर बस खुदा ही खुदा है, जिधर नही खुदा है, उधर कल खुदेगा ***** तुमसा कोई दूसरा ज़मीं पर हुआ, तो रब से शिकायत होगी, एक तो झेला नही जाता, दूसरा आ गया तो क्या हालत होगी ***** दुरख्त के पैमानें पर चिल्मन-ए-हुस्न का फ़ुरकत से शरमाना, दुरख्त के पैमानें पर चिल्मन-ए-हुस्न का फ़ुरकत से शरमाना, ये ‘लाईन’ समझ में आये तो मुझे ज़रूर बताना ***** तेरे घर पे सनम हज़ार बार आयेंगे, तेरे घर पे सनम हज़ार बार आयेंगे, घंटी बजायेंगे और भाग जायेंगे, ***** क्यों अपनी कब्र खुद ही खोद रहा है ग़ालिब, क्यों अपनी कब्र खुद ही खोद रहा है ग़ालिब, ला, फवड़ा मुझे दे “पूरी बोतल ना सही कम से कम एक जामतो हो जिनकी याद में हम बीमार पड़े हैं कम से कम उन्हें जुकाम तो हो!” “इधर खुदा है, उधर खुदा है जिधर देखो, उधर खुदा है इधर उधर बस खुदा ही खुदा है जिधर नहीं खुदा वहाँ कल खुदेगा!” “कृष्ण रास करे तो रसिला हम करें तो कैरेक्टर ढीला कृष्ण में दिखते विष्णु और ब्रह्मा हम में जग का सबसे निक्कमा!!” “दूर से देखा तो पत्थर दिखता था दूर से देखा तो पत्थर दिखता था पास जाकर देखा तो…. पास जाकर देखा तो…. सचमुच पत्थर ही था……” आपके हाथ में मोबाइल है चेहरे पर कुत्ते जैसी स्माईल है SMS की अच्छी खासी फाइल है फिर भी SMS नही करते ये कौनसा स्टाइल है एक लड़का था दीवाना सा मोबाइल लेके घूमता था नज़रे झुका के, शरमाके मोबाइल में कुछ करता था जब भी मिलता था मुझसे मुझसे पुछा करता था चालू कैसे होता है, ये चालू कैसे होता है दिल दो एक को… किसी नेक को… जो समझे दिल के मेक को… और…. जब टक सच्चा दिलदार न मिलें ट्राई करते रहो हेर एक को!!!!!!!!! दरख्त के पैमाने पे चिलमन-ए-हुस्नका फुरकत से शरमाना दरख्त के पैमाने पे चिलमन-ए-हुस्नका फुरकत से शरमाना ये लाइन समझ में आए तो मुझे जरूर बताना! काला न कहो मेरे महबूब को काला न कहो मेरे महबूब को खुदा तो तिल ही बना रहा था प्याला लुढ़क गया! ताजमहल देखकर बोला शाहजहाँ का पोता ताजमहल देखकर बोला शाहजहाँ का पोता अपना भी होता बैंक बैलेंस अगर दादा आशिक ना होता! एक गीत लिखा है मैंने आपकी सूरत देखकर उस गीत को संगीत दिया मैंने आपकी मुस्कुराहट देखकर पर उसे गाना भूल गया मैं आपकी आवाज को सुनकर!! मैं आपको चाँद कहता, पर उसमें भी दाग है मैं आपको सूरज कहता, पर उसमें भी आग है मैं आपको बंदर कहता, पर उसमें भी दिमाग है!!! “हँसती थी हँसाती थी दिल को बहुत भाती थी देख-देख शरमाती थी फिर अंदर से मुस्कुराती थी आज पता चला कि वो तो एक पागल थी!!!” “तुमसे मिलकर हो गया जिंदगी से प्यार, अब हमें छोड़कर मत जाना मेरे यार, बिन तेरे हम जी ना पाएँगे तुम ना होंगे तो हम उल्लू किसे बनाएँगे!” “ऐ दोस्त मत कर हसीनाओं से मोहब्बत वह आँखों और बातों से वार करती हैं मैंने तेरी वाली की आँखों में देखा है वो मुझसे भी प्यार करती है!” “मोहब्बत के अंजाम से डर रहे हैं निगाहों में अपनी लहू भर रहे हैं मेरी प्रेमिका ले उड़ा और कोई इक हम हैं कि बस शायरी कर रहे हैं!” “बड़े लंबे होते हैं जिंदगी के येरास्ते दो कदम तुम चलो, दो कदम हम चलेंगे बाद में टैक्सी कर लेंगे!!!” “स्टूडेंट के दर्द को यूनिवर्सिटी क्या जाने कॉलेज के रिवाजों को पेरेंट्स क्या जाने होती है कितनी तकलीफ एक पेपर लिखने में वो पेपर चैक करने वाले क्या जाने!!!” “न इश्क कर मेरे यार ये लड़कियाँ बहुत सताती हैं न करना इन पर ऐतबार यह खर्चा बहुत करवाती हैं रिचार्ज तुम करवा के देते हो और नंबर मेरा लगाती हैं!!” “आसमान में काली घटा छाई है आज फिर गर्लफ्रेंड से मार खाई है मगर मेरी गलती नहीं है दोस्तों पड़ोसवाली लड़की आज मिनी स्कर्ट पहनकर आई है…” “वाह गालिब तूने क्या शेर मारा है वाह गालिब तूने क्या शेर मारा है अरे यार! देख जरा शेरनी कितना रो रही है!! “ “खुशबू ने फूल को एक अहसास बनाया फूल ने बाग को कुछ खास बनाया चाहत ने मोहब्बत को एक प्यास बनाया और इस मोहब्बत ने एक और देवदास बनाया!” “कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है तुम होती तो यह कहती तुम होती तो वो कहती इस बात पर हँसती उस बात पर नाराज होती शुक्र है तुम नहीं हो!” “हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे!” “वो हमें देख रहे थे तिरछी नजरों से, हमारे होश खो गए वो हमें देख रहे थे तिरछी नजरों से, हमारे होश खो गए जब हमें पता चला की उनकी नजरे ही तिरछी है तो हम बेहोश हो गए!” “खुद को कर बुलंद इतना कि हिमालय की चोटी पर जा पहुँचे और खुदा तुमसे पूछे अबे गधे, अब उतरेगा कैसे?” “फिजाओं में तुम हो घटाओं में तुम हो हवाओं में तुम हो बहारों में तुम हो धूप में तुम हो छाँव में तुम हो अब तुम ही बताओ मेरी जान क्या तुम किसी भूत से कम हो!!” “हम आपको देखना चाहते हैं आप से मिलना चाहते हैं पर लोग बहुत जालिम हैं मुझे आपसे मिलने नहीं देते कहते हैं कि जू बंद है, कल आना….”)))) ♥ °°◦:: ʟσνє ∂ɪє ::◦­°° ♥ इश्कमें दौलत सारी ना लुटा देना, मम्मी पापा के अरमान खाक में ना मिला देना, घर से मिले हैं पैसे सब्जी लाने के लिए बेटा, बाजार जाकर गर्लफ्रेंड का रिचार्ज मत करा देना.:-) fadu jokes

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