Wednesday, 12 February 2014

Sad Shayari :: कुछ दर्द भरी शायरी :: हिंदी में शायरी

Chahat Ki Raah Me Bhikhre Armaan Bhut Hai, Hum Uski Yaad Me Pareshan Bhut Hai, Woh Har Baar Dil Todta Hai Ye Kah Kr, Meri Ummedon Ki Duniya Me Abi Mukaam Bahut Hai.... ««««««««««««««««««

Kafan na dalo mere Chehre par . . . mujhe Aadat hai muskuraney ki . . . aaj ki raat na dafnao mujhe yaroon . . . aaj umeed hai unke Aane ki . . ... ««««««««««««««««««

Aap kisi se pyar karte hai ??? shayad aapka jawab ha hoga... ab aapse kuch puchta hu ?? aap apne pyar ke liye kya kar sakte hai?? aap kahege ...kuch bhi... jaan de sakte hai ?? shayad jawab haa hoga... chaand taare tod kar la sakte hai ? shayad iska jawab bhi haa hoga... aakhiri sawal..... agar aapki fight aapke pyar se ho jae to aap use sorry kahege ? iska jawab hoga nahiiii ....bcz ego hurt hota hai maafi maangne se zara sochiye jis pyar ke liye aap jaan b de sakte hai us pyar se sorry kehne me kaisi sharm , magar esa hota hai choti2 baato me log ek dusre se juda ho jaate hai magr sorry nahi kehte , ek chota sa wrd kaise hamaari zindagi badal sakta hai ye aap samjh sakte hai ...... ««««««««««««««««««

Na Jine ki Khushi Na Marne ka Gum, Unse Milne ki Dua Bhi Nahi Karte Hum, Jite Hai isliye ke sayad wo Ek Din Ayenge, Marte Isliye Nahi ki wo Akele Reh Jayenge ♥♥ ««««««««««««««««««

"खूबसूरत होते हैं वो पल ,जब पलकों में सपने होते हैं चाहे जितने भी दूर रहें ,अपने तो अपने होते है..!!!!!" «««««««««««««««««« ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ मुझे तुम से मोहब्बत है बताना भूल जाता हूँ , तेरी गलियों में फिरना ही मुझे अच्छा सा लगता है मैं रास्ता याद रखता हूँ, ठिकाना भूल जाता हूँ , बस इतनी बात पर मैं लोगों को अच्छा नहीं लगता मैं नेकी कर तो देता हूँ, जताना भूल जाता हूँ , शरारत ले के आखों में वो तेरा देखना तौबा मैं नज़रों पे जमी नज़रें झुकाना भूल जाता हूँ , मोहब्बत कब हुई कैसे हुई सब याद है मुझको, मगर फिर भी मोहब्बत, को भुलाना भूल जाता हूँ ««««««««««««««««««



 Khafa Bhi Rehte Hain Or Wafa Bhi Krte Hain, Is Tarha Apne Pyar Ko Bayan Bhi Krte Hain... Jane Kaisi Narazgi Hai Meri Unse, Khona Bhi nhi Chahte Hain Aur Pane Ki Dua Bhi nhi Karte Hain ««««««««««««««««««

हम तो शायर न थे कभी... शायरी तो उनकी यादों ने सिखा दी हमे !! हम तो आशिक न थे कभी...... आशिकी तो उनकी बातों ने सिखा दी हमे !! हम तो दीवाने न थे कभी.... दीवानगी तो उनके प्यार ने सिखा दी हमे !! शब्दों को प्यार भरे अल्फाजों में बोलने वाले तो हम न थे.... इस तरह बोलना उनकी मोहब्बत ने सिखा दिया हमे !! अपने प्यार का इज़हार करने वाले तो हम न थे..... लेकिन उनके "इकरार" ने "इज़हार" करना भी सिखा दिया हमे !! ««««««««««««««««««

वफा के बदले बेवफाई ना दिया करो.. मेरी उमीद ठुकरा कर इन्कार ना किया करो.. तेरी महोब्तमें हम सब कुछ खो बैठे.. जान चली जायेगी इम्तिहान ना लिया करो.

.. «««««««««««««««««« Wo paas hi nahi aaye izhaar kya karte, khud bane nishana shikar kya karte, mar gaye par khuli rakhi aankhe, isse jyada kisi ka intezaar kya karte....!! «««««««««««««««««« े· Tere Pyar Me Do Pal Ki Zindgi Bahut Hai, Ek Pal Ki Hansi Aur Ek Pal Ki Kushi Bahut Hai, Ye Dunia Mujhe Jane Ya Na Jane, Teri Ankhe Muje Pehchane Yahi Bahut Hai.... «««««««««««««««««« · Koi Samjhe Na Humko Beshak Par Aap To Samjhte Hain, Apna Banate Hain Mere Har Gam Ko Tabhi To Hum Sambhalte Hain, Khuda Har Ek Khushi De Aapko Har Ek Gam Humko Naseeb Ho, Bas Yahi Dil Mei Sochkar Har Ek Dua Karte Hain…

 पत्थर से प्यार किया नादान थे हम, गलती हमसे हुई इन्सान है हम, आज जिन्हें हमसे बात करने में तकलीफ होती है, कभी वो कहते थे उनकी जान है हम... «««««««««««««««««« इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है, खामोशियो की आदत हो गयी है, न सीकवा रहा न शिकायत किसी से, अगर है तो एक मोहब्बत, जो इन तन्हाइयों से हो गई है..! ««««««««««««««««««

 देख कर उसको अक्सर हमे एहसास होता है, कभी कभी गम देने वाला भी बहुत ख़ास होता है, ये और बात है वो हर पल नही होता हमारे पास, मगर उसका दिया गम अक्सर हमारे पास होता है…! ««««««««««««««««««

जब खुदा ने इश्क बनाया होगा, तब उसने भी इसे आजमाया होगा.. हमारी औकात ही क्या है, कमबख्त इश्क ने तो खुदा को भी रुलाया होगा! ««««««««««««««««««

याद तेरी आती है क्यो.यू तड़पाती है क्यो? दूर हे जब जाना था.. फिर रूलाती है क्यो? दर्द हुआ है ऐसे, जले पे नमक जैसे. खुद को भी जानता नही, तुझे भूलाऊ कैसे? ««««««««««««««««««

आज हम उनको बेवफा बताकर आए है! उनके खतो को पानी में बहाकर आए है . कोई निकाल न ले उन्हें पानी से… इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए है ! ««««««««««««««««««

No comments:

Post a Comment