Thursday, 5 September 2013

कुछ बातें..... हमारी-तुम्हारी शायरी

कुछ बातें.......हमारी -तुम्हारी :: शायरी .....(',')..........(',').....!!!! पूरी रात जागकर गुजार दूं उसकी खातिर, एक बार वो कहकर तो देखें की "मुझे तुम्हारे बिना नींद नहीं आती" ना छोड़ना मेरा साथ तू जिंदगी में कभी, शायद मैं जिंदा हूँ तेरे ही साथ रहने से... मेरी रूह तरसती है तेरी खुशबू के लिए, तुम कहीं और जो महको तो बुरा लगता है.. .....(',')..........(',')........!!! लोग इश्क करते है शोर के साथ, हमने भी किया था बडे जोर के साथ, मगर अब करेंगे जरा गौर के साथ, क्युँकि कल देखा था उसे किसी और के साथ.. .....(',')..........(',')......!!!! तुमसे मिलने के बाद, फिर मिलने का मन करता है .... बरसों के बाद फिर जीने का मन करता है ..... बहुत दिनों से देखा नहीं आसमा .. तेरे साथ आसमा में अब उड़ जाने का मन करता है ... तू जैसे कोई फ़रिश्ता कोई अपना सा.... तुझसे हर मोड़ पे जुड़ जाने का मन करता है ... मै नहीं जानता तेरा मेरा क्या रिश्ता है .... पर हर रिश्ता तुझसे निभाने का मन करता है ..... कल तक नहीं थी मेरे पास हंसने की कोई वजह .... अब तेरे संग हर पल मुस्काने का मन करता है .... रातों का जागा कब से नहीं सोया हूँ मै .... सीने पे सर रख के तेरे सो जाने का मन करता है ..... तू है तो मै हूँ .... अब तुझमे मिल जाने का मन करता है ...(',')..........(',')........... !! तू है तो मै हूँ .... अब तुझमे मिल जाने का मन करता है . .....(',')..........(',')..... तुम्हे जाने तो नही देना चाहती थी .. तुमसे मिलने के बाद पर समय को किसने थामा है आज तक हर कदम तुम्हारे साथ ही रखा था ,ज़मीं पर बहुत दूर चलने के लिए पर रस्ते भी बेवफा निकले समेट ली , अपनी लम्बाई फिर दूर तुम्हारी ही आखो से देखने लगी खुबसूरत नज़ारे और खोने लगी ना जाने कहाँ तभी तुमने जगाया ख्वाब से कहते हुए जी लो हर पल याद करने के लिए जीवन भर तुम्हारी बातो का उफान देता रहा मन को आकार कभी भीगती रही कभी उडती रही ,रेतीली धूल बन के पर उड़ते हुए भी भीगनेका एहसास बाकि रहा मिलने की ख्वहिश बाकि रही साँसे भी थमी रही तुम्हारे इंतज़ार में..!! .....(',')..........(',')........... !! अनजानी सी खाइश है, अनजाना सा है अफसाना न मेरी कोई मंजिल है न कोई है ठिकाना) बहके बहके से पलछिन है , होश में भी मदहोशी है मुझको सुनाई देती है, यह कैसी खामोशी है कौन हूँ मैं किसकी मुझे तलाश - (२) मेरी सुनी सुनी तनहा राहों पर .....(',')..........(',')........... !! मुझे उसके पहलू में आश्यिाना ना मिला.. उसकी जुलफों छाओं में ठिकाना ना मिला.. कह दिया उसने मुझको बेवफा..... जब मुझको छोडने का उसे कोई बहाना ना मिला .....(',')..........(',')...........!!! .....(',')..........(',')........... !! क्युँ इक पल भी तुम बिन रहा नही जाता, तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नही जाता, क्युँ इतना प्यार दिया है तुमने, की तुम बिन मुझ से जिया नही जाता.. .....(',')..........(',')...........!!! प्यार कभी पुराना नही होता, जिन्दगी का हर पल सुहाना नही होता, जुदा होना तो किसमत की बात है, पर जुदाई का मतलब भुलाना नही होता। ला .....(',')..........(',')........... !! .....(',')..........(',')........... !! काश मुझे भी कोई प्यार करे काश मुझे पर भी कोई ऐतबार करे निकलता हू यूही चाहत की तलाश मे काश प्यार की राहो मे मेरा भी कोई इंतेज़ार करे... .... ----> आज भी तेरे तस्वीर से बात करता हूँ, जुदाई पल याद आए तो क्या, सुकून भरता हूँ सबसे पूछता रहा तेरे मुक्काम और तेरे दास्ताँ, तु जो आज आ गया मेरेसपनोँ को सच की दुआ लग गयी

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